एफडी (FD) क्या होता है – एफडी अकाउंट कैसे खोले?

एफडी क्या होता है. और एफडी अकाउंट कैसे खोले. इस आर्टिकल में इन्ही सवालो के जवाब विस्तार से जानेगे कई लोगो बैंक में एफडी करवाना तो चाहते है लेकिन उन्हें सम्पूर्ण जानकारी न होने के वजह से कई सवाल मन उठता रहता है लेकिन आपको चिंता करने की ज़रुरत नहीं है इस लेख को आप अंत तक पढ़े जिससे आप आसानी से एफडी अकाउंट ओपन कर पाए।

ज्यादातर व्यक्ति अपने बचे पैसो को कई अलग अलग बाजार में निवेश करके पैसे से पैसे बनाना चाहते है लेकिन कई व्यक्ति अपने पैसो को निवेश करते समय सुरक्षा के लिए कही न कही घबराते है और पैसे निवेश नहीं करते है और बचे पैसो को वो अपने सेविंग अकाउंट में जमा करके रखते है लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए।

जो अन्य निवेश बाजार में अपने पैसो को निवेश करना नहीं चाहते है तो उनके लिए बेहतर होगा एफडी करवाना एफडी आसान और सुरक्षित बैंक स्कीम है इसमें आपको कोई जोखिम नहीं उठाना होता है इस लिए ज्यादातर निवेशक एफडी करने के लिए सोचते है तथा भारी तादाद में निवेशक एफडी अकाउंट ओपन करते है और भविष्य में आने वाली कठिनाई को आसान बनाने के लिए तैयार होते है।

एफडी क्या होता है – fd kya hota hai?

FD kya hai?
FD kya hai?

FD का पूरा नाम (Fixed Deposit) होता है ये एक बैंक की स्कीम है एफडी बैंक या NBFC (Non Banking Financial Company) के द्वारा जमा कराई जाने वाले वह राशि जिस पर पहले से तय व्याज दर बैंक देता है यह रिटर्न मानसिक तिमाही या सालाना हो सकता है इस स्कीम को अपने मुताबिक निर्धारित अवधि के लिए ले सकते है।

एफडी को आप इस प्रकार से समझ सकते है बैंक द्वारा दी जाने वाली एक इन्वेस्टमेंट साधन है जिसको सैलरी पर्सन व्यवसायिक या किसी अन्य स्रोत्र से इनकम प्राप्त करने वाले व्यक्ति एफडी स्कीम को इन्वेस्टमेंट के लिए साधन बना सकते है फिक्स्ड डिपाजिट अत्यधिक सुरक्षित और सेविंग करने का आसान तरीका है इसमें रिस्क शुन्य प्रतिशत होता है।

ज्यादातर लोग एफडी इस लिए करने के लिए सोचते है क्योकि इसमें अपने मन मुताबिक समय निर्धारित करके आसानी से एफडी अकाउंट ओपन कर सकते है आपके द्वारा चुना गया अवधि पूरा होता है फिर एफडी अकाउंट मैच्योर हो जाता है तथा उस अकाउंट में जमा की गयी राशि और तय व्याज दर जोड़कर पैसे वापस कर दिया जाता है।

fixed deposit meaning in hindi

फिक्स्ड डिपाजिट मीनिंग इन हिंदी क्या होता है फिक्स्ड डिपाजिट का शार्टफॉर्म एफडी होता है और इसका हिंदी अर्थ सावधि जमा या मियादी जमा होता है ये मंथली इन्वेस्ट प्लान है हर महीने तय अमाउंट जमा करके अपने भविष्य को सिक्योर कर सकते है ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप कितने दिन का फिक्स्ड डिपाजिट करना चाहते है।

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fd me kitna byaj milta hai?

एफडी करने से पहले ये सवाल बहुत मेटर करता है कि एफडी में कितना व्याज मिलता है. तो मैं आपको बता दू ये हर बैंक में शेम नहीं होता है हर बैंक का अलग अलग रेट ऑफ़ इंटरेस्ट होता है लेकिन ज्यादातर बैंको का जो रेट ऑफ़ इंटरेस्ट है वो 6% से 9% एनुअल होता है लेकिन आप जिस भी बैंक में FD करवाए उस बैंक में व्याज को लेकर ज़रूर डिस्कस करले।

fd kitne din ki hoti hai?

अगर इस सवाल की बात करे तो ये पूरी तरह से आपके ऊपर निर्भर करता है एफडी अकाउंट 7 दिन से लेकर 10 साल तक खोला जा सकता है कई बैंक में 7 दिन का एफडी अकाउंट नहीं ओपन किया जाता है लेकिन ज्यादातर बैंक ओपन करते है ये आसानी से आप खुद निश्चय करके एफडी अकाउंट चालू कर सकते हो।

fd account kaise khole?

FD Account ओपन करना वर्तमान समय में बहुत आसान हो गया है क्योकि लगभग चीजों को ऑनलाइन इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस किया जाता है और बैंकिंग फील्ड में इंटरनेट बैंकिंग का काफी योगदान रहा है अकाउंट एक्सेस करने मनी ट्रांसफर करने एटीएम पिन चेंज करने में काफी मदद करता है इंटरनेट बैंकिंग एफडी अकाउंट को भी ऑफलाइन बैंक जानकर ओपन करवा सकते हो नहीं तो ऑनलाइन इंटरनेट बैंकिंग का सहारा ले सकते हो।

  • बैंक जाकर :- बेहतर होगा बैंक जाकर एफडी करवाने में क्योकि एफडी से सम्बंधित छोटी बड़ी जानकारी बैंक कर्मचारी के माध्यम से समझ सकते है तथा रेट ऑफ़ इंटरेस्ट तय राशि से जुडी हुयी जानकारी प्राप्त कर सकते है।
  • अगर बैंक में आपका सेविंग अकाउंट या करेंट अकाउंट है तो आसानी होगा एफडी करवाने में अन्यथा अकाउंट भी ओपन करवाना पड सकता है अकाउंट होने पर बैंक में जाकर एफडी अकाउंट के लिए एक फॉर्म भरना है अपना पर्सनल डिटेल्स डालना है जैसे नाम मोबाइल नंबर बैंक अकाउंट डिटेल्स और कुछ पैसे जमा करके एफडी अकाउंट ओपन कर सकते है।
  • इंटरनेट बैंकिंग:- घर बैठे एफडी अकाउंट ओपन करना चाहते है तो आपको उस बैंक की वेबसाइट पर जाना होगा जिस बैंक में आपका अकाउंट है नहीं तो आप इंटरनेट बैंकिंग का भी सहारा ले सकते है तथा आसानी से एफडी अकाउंट ओपन कर सकते हो।
  • एटीएम के माध्यम से भी फिक्स्ड डिपाजिट अकाउंट ओपन किया जा सकता है।

fd ke fayde

अब हम ये जानने की कोशिश करते है कि एफडी के फायदे क्या है. क्योकि हर एफडी अकॉउंट होल्डर अलग अलग मतलब निकलता है तो हम कुछ मुख्य फायदों पर एक नजर डालते है।

  • एफडी अकाउंट अकाउंट में जमा की राशि निर्धारित अवधी पर मिल जाएगी ये निश्चित होता है कई ऐसे जोखिम निवेश बाजार है जहा ये निश्चित नहीं होता है की निवेश की गयी राशि वापस मिलेगा की नहीं जैसे शेयर मार्किट क्रिप्टोकरेंसी या म्यूच्यूअल फण्ड
  • सेविंग अकाउंट में जमा राशि पर 2% से 3% व्याज मिलता है यही एफडी अकाउंट में 6% से 9% प्रतिशत व्याज मिलता है तथा दोनों अकाउंट की सुरक्षा सामान्य होती है क्यों न आपको एफडी अकाउंट ओपन करना चाहिए।
  • जिन व्यक्तियो को जोखिम सहने की हिम्मत नहीं होती है उनके लिए काफी सुरक्षित एफडी अकाउंट होता है और व्याज भी ज्यादा मिलता है।
  • फिक्स्ड डिपाजिट अकाउंट से चाहे तो लोन भी ले सकते है ज्यादातर बैंक जमा राशि के 90% तक लोन दे देते है।
  • फिक्स्ड डिपाजिट पर आपको 80 सी के तहत इनकम टैक्स में छूट भी मिल जाता है।

fd ke nuksan

जहा फिक्स्ड डिपाजिट के बहुत सारे फायदे है वही कई नुकसान भी है।

  • अन्य निवेश बाजारों के मुकाबले एफडी में व्याज कम मिलता है अगर आप जोखिम सहन कर सकते है तो आप किसी अन्य निवेश बाजार में निवेश करे।
  • हर महीने जमा होने वाली राशि का व्यवस्था करना और चिंतित रहना।
  • एफडी अकाउंट में जमा की गयी राशि को अवधी से पहले तोड़ने पर आपको पेनाल्टी देना पड सकता है इसलिए आपको fd kaise tode. ये ज़रूर पता होना चाहिए।
  • आपके द्वारा जमा की गयी एफडी अकाउंट में राशि एक अन्य वित्तीय संस्थान में निश्चित अवधी के लिए लॉक कर दिया जाता है निकाल पाना मुश्किल होता है।
  • एफडी अकाउंट के ऐसे कई नुकसान है जो शायद कई व्यक्तियों को उठाने भी पढ़ते है।

निष्कर्ष

मैं उम्मीद करता हु कि इस लेख में दी गयी जानकारी एफडी क्या होता है. और एफडी अकाउंट कैसे खोले. इससे आपको काफी सहायता मिला होगा और इस लेख को पढ़ने के बाद fd detail in hindi. के बारे ज़रूर पता चल गया होगा मुझे आशा है एफडी से सम्बंधित प्रॉब्लम दूर हो गए होंगे।

इस पोस्ट में दी गयी जानकारी से जुडा कोई सवाल या कोई प्रॉब्लम हो तो आप निचे कमेंट बॉक्स में लिखकर कमेंट कर सकते हो इसका जवाब मैं ज़रूर दूंगा अगर आप मुझे से किसी भी प्रकार की जानकारी साझा करना चाहते हो तो आप कांटेक्ट पेज का इस्तेमाल करके मुझसे संपर्क कर सकते हो।

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2 comments

  1. मैंने पटना की Non banking financial company “Lotus Shree” में सात वर्षों के लिए इस शर्त पर अपना रकम निवेश किया था कि 7 साल पूरा होते ही मेरी रकम तिगुनी कर के दी जाएगी। लेकिन मेच्युरिटी की अवधि पूरी होने के बाद क्लेम करने तथा डेढ़ साल से बार-बार कमप्लेन करने पर कम्पनी के द्वारा नये-नये डेट देने पर भी मेरा पैसा नहीं लौटाया जा रहा है। ऐसे में इस फ्रॉड कम्पनी के खिलाफ़ कौन सी कारवाई करें, ताकि मेरा पैसा मुआवजे के साथ मुझे मिल सके? कृप्या ऐसे फ्रॉड से बचने के लिये मार्गदर्शन करें।..🙏

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